सभी इंसान के अंदर एक अनोखा गुड़ होता है

कई बार कोशिश करने के बाद भी कोई काम जब हमसे नही हो पाता है और वही काम कोई और आके जब पल भर में ही कर देता है तो हमारे मन मे यह भाव आ जाता है कि वह बहुत ही बुद्धिमान/बहादुर इंसान है। और बिल्कुल होना भी चाहिए क्योंकि उसने उस काम को एक पल में ही कर दिया । जरूर उस इंसान के अंदर कुछ न कुछ ऐसी योग्यता है जो आपमे नही है।वही योग्यता उसको आपसे कुछ अलग बनाती हैं। पर इसका मतलब ये बिल्कुल नही है कि आपके अंदर कोई विशेष योग्यता नही है।कई बार इंसान ऐसे काम को करने लगता है जिसे करने के लोए वो बना ही नही हैं, मतलब वो गलत दिशा में काम करते हैं।और जब वो लगातार असफल हो जाते हैं तो निराश हो जाते हैं ।
anokha gur


अब आप ही देख लीजिए ...

सभी इंसान के अंदर एक अनोखा गुड़ होता है

  • पढ़ाई करने वाला इंसान चाहता है कि वह गायक बने पर वो  जबरदस्ती इंजीनियर बन  रहा है।
  • आपको लिखना पसंद है पर आपको बोलने कि तैयरी कर रहे हो ।
  • आपको फुटबॉल पसंद है पर आप क्रिकेट पर ध्यान दे रहे हो ।
मेरे कहने का सीधा सा मतलब है की जो गुड़ आपके अंदर है उसे देखो उसे निखारने की कोशी करो न की दूसरे को देख कर तरसते रहे| अगर वो चीज मिल भी जाएग तो आप कभी खुश नहीं रह पाओगे क्योंकि आपको उसमे कोई इंटरेस्ट नहीं है |

लोग दूसरों को देख कर के ही ये निर्णय ले लेते हैं कि उन्हें क्या बनना है। पर वही लोग आगे जाकर सफल नही बन पाते हैं|

  • कोई इतने अच्छे से बोलता है कि लोग उसके बातों को घण्टो तक सुनने को तैयार रहते हैं । पर अगर आप ये सोच रहे हो कि आपको भी वैसे ही बनना है ताकि दूसरे भी आपके बातों को उतने  ही अच्छे से सुने तो आप गलत सोच रहे हो। आपको लिखना पसंद है तो आप लिखो क्योंकि पढ़ने वाले भी इस दुनिया में बहुत हैं|
कोई जरूरत नही "कौन क्या कर रहा है किसके अंदर क्या खासियत है"  इस बात पर हमे इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि हमे  किस चीज में रूची है, हमारे अन्दर क्या गुर है |

एक बहुत ही प्रसिद्ध कहानी  है...

एक बाज और एक पेंगुइन (penguin) होते हैं।
बाज को उड़ते  देख पेंगुइन मन में सोचता है कि  काश मै भी उड़ पाता  तो पूरे आसमान की सैर करता और समुन्द्र में तैरने लगता है...
बाज की नज़र उस पेंगुइन पर पड़ती  है और वो भी अपने मन मे सोचता है कि काश वो समुन्द्र में तैर पाता तो पानी के अंदर की दुनिया का आनंद ले पाता|
अब न तो पेंगुइन बाज से कम है और न ही बाज पेंगुइन से कम है| 
दोनो एक दूसरे को देख के अपने आपको कोस रहे है पर वो ये भूल जा रहे है कि उनके अंदर भी ऐसे गुड़  है जो उनको एक दुसरे से अलग और महान  बनाती  हैं ।

निष्कर्ष

अगर आप बस ये पता कर लो कि आपको किस चीज में रुचि है  क्या काम करने में आपको अच्छा लगता है तो आप भी वही इंसान होंगे जिसे देख के आपको भी उस तरह का बनने का मन करता है बस आपक  काम कुछ और उसका कुछ और होगा|

आपके अंदर क्या गुड़ है कमेंट मे बतयें..

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